Monday, August 6, 2018

तप्त हृदय को , सरस स्नेह से,
     जो सहला दे , *मित्र वही है।*

     रूखे मन को , सराबोर कर,
     जो नहला दे , *मित्र वही है।*

     प्रिय वियोग  ,संतप्त चित्त को ,
     जो बहला दे , *मित्र वही है।*

     अश्रु बूँद की , एक झलक से ,
     जो दहला दे , *मित्र वही है।*

_*मित्र दिवस की शुभकामनाएं*_
  .....Khan amethi.....😀😇😀😀😀😀😀

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